हिंदी गांड मारी कहानी में पढ़ें कि मैंने गे सेक्स चैट के द्वारा एक अंकल से बात की. जब मैं जिज्ञासवश उनके पास गया तो उन्होंने मेरी गांड ही चोद दी!
दोस्तो, ये मेरी पहली कहानी है.
मैंने अन्तर्वासना पर बहुत सारी गे कहानियां पढ़ी हैं. कुछ दिनों से मैं सोच रहा था कि अपनी हिंदी गांड मारी कहानी भी आप लोगों को बताऊं.
मेरे साथ हुई ये एक सच्ची घटना है.
हिंदी गांड मारी कहानी शुरू करने से पहले मैं आपको अपने बारे में बता देना चाहता हूं. मेरा नाम कुश है और मैं 5.5 फीट लम्बा हूं. मेरा वजन 58 किलोग्राम है. देखने में अच्छा दिखता हूं.
अब मैं आपको अपनी गे सेक्स कहानी बताता हूं. जब मैं 19 साल का था तो मुझे मुठ मारने का पूरा शौक लग चुका था.
मैं दिन में दो तीन बार पोर्न देखकर मुठ मारा करता था. कहने का मतलब है कि लगभग पूरा दिन मेरा हाथ लंड पर ही रहता था.
दोस्तो, आप भी जानते हैं कि जब हम रोजाना पोर्न देखने लग जाते हैं तो फिर साइट के हर कोने को टटोल लेते हैं. जैसा कि आप सबको पता है कि पोर्न साइट्स पर हर तरह के वीडियो होते हैं.
तो कैटेगरी में मैं हर दिन कुछ नया देखता था.
ऐसे ही एक श्रेणी गे वीडियो की भी थी. एक दिन मुझे गे सेक्स देखने की जिज्ञासा हुई तो मैंने उसे खोलकर देखा.
सच बताऊं दोस्तो, मुझे गे सेक्स वीडियो देखने में काफी मजा आया. धीरे धीरे जैसे जैसे मैं वीडियोज़ देखता गया वैसे वैसे मेरी रुचि उन वीडियो में बढ़ती गयी.
ऐसे ही गे पोर्न देखते देखते मैंने नीचे गे चैटिंग का ऑप्शन भी देखा.
मैंने उस पर क्लिक किया तो उसने मुझे एक अन्य साइट पर भेज दिया.
वहां मैंने अपना अकाउंट बना दिया.
दरअसल मैं देखना चाहता था कि ये सब होता कैसे है. तभी मेरे इनबॉक्स में मुझे एक मैसेज रिसीव हुआ.
चूंकि साइट पर लोकेशन का भी पता लग रहा था तो मैंने पाया कि वो इन्सान मेरे से महज 1.5 किलोमीटर की दूरी पर ही था.
उसके साथ मैंने चैटिंग करना शुरू की. फिर उसने बताया कि वो एक टॉप है.
इससे पहले मुझे इतना पता था कि दो मर्द मिलते हैं दोनों एक दूसरे को चोदते हैं. मेरे हिसाब से पहले एक की गांड में लंड जाता है और फिर वो दूसरा पहले वाले की गांड चोदता है.
मगर उसने मुझे बताया कि वो टॉप है और वो केवल गांड मारता है.
फिर उसने मुझे अपने बारे में बताया. उसकी उम्र 58 साल थी. उसके लंड का साइज 7 इंच था.
उसकी हाइट 5.9 फीट थी. वजन उसने 65 किलोग्राम लिखा हुआ था. फोटो देखी तो रंग का गोरा था.
ऐसे ही उस दिन उससे मेरी काफी चैट हुई.
फिर रोज बात होने लगी.
ऐसे ही फिर हमने मिलने का भी प्लान कर लिया. मैंने उसको पहले ही बता दिया था कि मुझे इन सब चीजों के बारे में ज्यादा नहीं पता है.
वो कहने लगा- तुम आ जाओ, बाकी सब मैं खुद देख लूंगा.
फिर एक दिन हमने मिलने का फिक्स कर लिया और मैं उसके घर जा पहुंचा.
वहां जाकर उसने मुझे आराम से अंदर बैठाया.
हम काफी देर तक बातें करते रहे. उसने बताया कि उसकी बीवी की 8 साल पहले मृत्यु हो चुकी है.
उसने मुझे चाय पानी का पूछा. मैं एक शर्मीला इन्सान हूं और मैं तब भी उसके सामने ज्यादा कुछ बोल नहीं पा रहा था.
उसके बाद उसने टीवी चालू कर दिया.
उसने मुझे सहज होने का पूरा मौका दिया. धीरे धीरे मैं भी कम्फर्टेबल हो गया.
फिर मैंने भी उनसे पूछ लिया कि इतनी उम्र हो गयी है. अब वो रिटायरमेंट लाइफ क्यों नहीं जीते?
इस पर वो बोले कि वो सिर्फ एडवाइजर का काम करते हैं और बाकी सब लोग उनके नीचे ही काम करते हैं.
ये सब बातें चल रही रही थीं कि उसने मुझे साइड से हग कर लिया.
मेरे कंधे को सहलाते हुए बोले- यार तुम तो बहुत क्यूट हो. तुम्हारी बॉडी भी बहुत अच्छी है.
मैंने थैंक्स कहा और थोड़ा दूर खिसक कर बैठ गया.
वो बोले- डरो मत यार.
इतना कहकर उसने फिर से मुझे अपनी ओर खींच लिया.
मैंने भी मन ही मन में कहा कि चलो देखते हैं ये मीटिंग कहां जाती है?
मैं चुपचाप बैठकर टीवी देखने लगा.
जब उनको लगा कि मैं खुलकर साथ नहीं दे रहा हूं तो बोले- अगर इंजॉय करना चाहते हो तो तुम्हें साथ देना होगा.
मैंने कहा- मुझे इस तरह का कोई अनुभव नहीं है.
वो बोले- ठीक है, जैसा मैं कर रहा हूं तुम भी वैसे ही करते जाना.
मैंने कहा- ओके.
उसने मुझे अंदर बेडरूम में चलने के लिए कहा.
हम अंदर गये और फिर उसने मुझे अपने पास बैठा लिया.
उनका चेहरा मेरे चेहरे के बहुत ज्यादा करीब आ गया.
वो मेरी आंखों में देख रहे थे. उनकी सांसें मुझे अपने होंठों पर लगती हुई महसूस हो रही थीं.
फिर उन्होंने अपनी उंगली मेरे होंठों पर फिराई.
मुझे अच्छा लगने लगा.
धीरे धीरे वो उंगली को मेरे मुंह में डालने की कोशिश कर रहे थे. जब मुझे इसका आभास हुआ तो मैंने मुंह खोल दिया और उन्होंने उंगली को मेरे मुंह में डाल दिया.
मैंने उनकी उंगली को चूसना शुरू कर दिया.
मुझे मजा आने लगा.
वो मेरे मुंह में उंगली को ऐसे चला रहे थे जैसे कि गांड में लंड अंदर बाहर करके चोदा जाता है.
उनको पता चल गया था कि मैं तैयार हो रहा हूं.
उसके बाद उन्होंने मुझे गाल पर किस करना शुरू कर दिया.
मैं भी उनका साथ देने लगा और उन्हें किस करने लगा.
वो भी धीरे धीरे आगे बढ़ रहे थे और उनकी गर्मजोशी में मुझे मजा आने लगा.
मेरी आंखें बंद होने लगीं.
अब मैं लिप किस करने की पूरी फीलिंग ले रहा था.
वो बोले- अब मुझे तुम्हारी बॉडी देखनी है.
मैंने भी कह दिया- फिर आप भी दिखाओ?
उसने फिर झट से अपने कपड़े खोल डाले और अंडरवियर में खड़े हो गये.
उनका लंड उनके कच्छे में अलग से देखा जा सकता था.
फिर मैं भी कपड़े उतारने लगा मगर पैंट उतारने में मुझे शर्म महसूस हो रही थी.
वो बोले- शर्माओ नहीं. निकाल दो.
मैंने फिर भी नहीं खोली.
फिर वो मेरे पास आ गये.
वो मेरी चेस्ट की निप्पल को छेड़ते हुए बोले- तुम्हारी चेस्ट तो लड़कियों के जैसी है. मगर उनकी तरह तुम्हारी चूची विकसित नहीं हुई.
इतने में ही उन्होंने मेरी पैंट खोल दी और नीचे गिरा दी.
मैं अब अंडरवियर में था.
अब पीछे होकर उन्होंने अपनी अंडरवियर निकाल दी और उनका लंड मेरे सामने तनकर खड़ा था.
मैं हैरान था कि इतनी बड़ी उम्र का आदमी इस तरह से किसी के सामने इतनी जल्दी नंगा हो गया.
फिर वो मेरे निप्पल्स को किस करने लगे.
पता नहीं कब मेरा हाथ उनके लंड पर पहुंच गया.
वो मेरे निप्पल चूसने लगे और मैं उनके लंड को सहलाता जा रहा था.
हम दोनों के जिस्मों की गर्मी बढ़ती जा रही थी. मुझे भी मजा आ रहा था. वो भी सिसकारने लगे थे और मैं भी.
फिर वो मुझे लंड चूसने के लिए कहने लगे तो मैंने मना कर दिया.
वो बोले- चूस ले यार, एक बार करके देख. मजा न आये तो मत करना फिर!
उनके कहने पर फिर मैंने उनका लंड मुंह में ले लिया और चूसने लगा. दोस्तो, मैंने पहली बार लंड को मुंह में लिया था.
मुझे शुरू में एक दो मिनट तक बहुत ज्यादा अजीब लगा लेकिन फिर उसका टेस्ट अच्छा लगने लगा.
फिर पता नहीं कब उन्होंने मेरी चड्डी उतार दी और मेरी गान्ड को सहलाने लगे.
मैं बोल पड़ा- क्या कर रहे हो?
उन्होंने कहा- अब कुछ मत बोलो और जो हो रहा है उसे होने दो.
हम अब पूरे नंगे हो चुके थे.
फिर वो नीचे लेट गये और मुझसे बोले कि मेरे ऊपर आकर मेरे लंड को चूसो.
मैंने वैसा ही किया.
मेरी गांड उनके मुंह की ओर हो गयी.
वो मेरी गांड चाटने लगे.
मैंने उनके लंड को मुंह में ले लिया. आगे से मैं लंड को चूसने लगा और पीछे से वो मेरी गांड के छेद पर जीभ चलाने लगे.
दोस्तो, मैं क्या बताऊं … मुझे गांड चटवाने में बहुत मजा आ रहा था.
अब मैं ज्यादा जोश में उनका लंड चूसने लगा था. ऐसा लग रहा था जैसे ये स्वर्ग है. मैंने अपनी गांड को उनके मुंह पर दबाना शुरू कर दिया. ये सब 10 मिनट तक चलता रहा.
उसके बाद वो उठने के लिए कहने लगे.
मैं उठ कर उनकी बगल में बैठ गया.
फिर बोले- अब ध्यान से सुनो. अब जो मैं करूंगा उसमें तुम्हें थोड़ा दर्द होगा. अब तुमको दर्द बर्दाश्त करना होगा. एक बार बर्दाश्त कर गये तो फिर मजा ही मजा है.
मैंने कहा- आप मेरी गांड में लंड डालोगे अब?
वो बोले- नहीं, उंगली डालूंगा.
मैं ये सुनकर खुश हो गया. मुझे लगा उंगली तो आसानी से चली जायेगी.
फिर उन्होंने दोबारा से मुझे लंड पर झुका लिया और मैं लंड को लॉलीपोप के जैसे चूसने लगा.
एक बार फिर से उन्होंने मेरी गांड में जीभ डालकर उसको गीली किया और फिर अचानक से उंगली मेरी गांड में घुसा दी.
मुझे हल्का दर्द हुआ. ऐसा लगा जैसे मिर्ची सी लग गयी हो. मगर फिर तब तक उंगली अंदर जा चुकी थी.
वो अब मेरी गांड में उंगली को अंदर बाहर करने लगे. फिर मुझे अच्छा लगने लगा और मैं दोबारा से लंड पर लिपट गया.
अब उनकी उंगली मेरी गांड में आराम से अंदर बाहर हो रही थी. मुझे मस्त मजा आने लगा था.
मैं अब खुद ही गांड को आगे पीछे चला रहा था और उंगली का मजा ले रहा था.
वो बोले- कैसा लग रहा है?
मैंने लंड मुंह से निकाला और बोला- बहुत अच्छा.
वो बोले- और ज्यादा मजा चाहिए?
मैंने झट से कहा- हां.
फिर वो कहने लगे- मगर अबकी बार थोड़ा और ज्यादा दर्द होगा. बर्दाश्त कर लोगे?
जोश में मैंने भी कह दिया- हां कर लूंगा.
वो बोले- तो फिर तुम पेट के बल लेट जाओ.
उन्होंने मुझे लिटाकर मेरी गांड के नीचे दो तकिये लगा दिये.
मुझे लगा कि कुछ नया होने वाला है.
फिर वो नारियल का तेल लाये और मेरी गांड के छेद में उंगली से अंदर लगाने लगे.
उन्होंने मेरी गांड में भरपूर तेल डाला.
जब वो उंगली से तेल लगा रहे थे तो चिकनी उंगली आराम से अंदर बाहर हो रही थी और मुझे बहुत मजा आ रहा था.
उसके बाद उन्होंने अपने लंड पर भी खूब तेल लगाया.
फिर बोले- अब सीधे हो जाओ.
मैं सीधा हुआ तो उन्होंने अपने कंधों पर मेरी टांगें रख लीं.
फिर अपने लंड का टोपा मेरी गांड पर टिकाया.
वो टोपे को छेद पर रगड़ने लगे.
मुझे मस्त मजा आ रहा था. मन कर रहा था कि ऐसे ही रगड़ते रहें.
मगर उसके बाद जो दर्द होने वाला था उससे मैं अनजान था. फिर उन्होंने मुझे किस करना शुरू किया. मुझे और ज्यादा मजा आने लगा.
फिर एकदम से अचानक उन्होंने धक्का मार दिया और अपने होंठों को मेरे होंठों पर कस दिया.
उनके मुंह में ही अंदर मेरी चीख निकल गयी. मेरी जान निकल गयी और मैं बुरी तरह छटपटाने लगा.
मगर मैं उनके नीचे दबा हुआ था और कुछ कर नहीं सकता था.
उनकी पकड़ बहुत मजबूत थी. मैं तड़पता रहा और वो मुझे किस करते रहे.
पांच मिनट तक उन्होंने मुझे हिलने नहीं दिया.
फिर जब मैं थोड़ा सा शांत हुआ तो उन्होंने पकड़ ढीली की.
मेरी गांड से खून निकल आया था और जलन भी बहुत तेज हो रही थी
फिर एक और स्ट्रोक लगा और पूरा लंड मेरी गांड में जा घुसा.
मैं एक बार फिर से चीखा लेकिन उनका हाथ मेरे मुंह पर आ गया और वो मेरे निप्पल चूसने लगे.
मुझे थोड़ा अच्छा लगा और वो मुझे सहलाते रहे. मेरा दर्द बहुत बढ़ गया था और मैं उनके हाथ को हटाकर छोड़ने के लिए कहने लगा.
मगर वो नहीं माने. मेरी बात पर ध्यान न देते हुए वो निप्पल चूसते रहे.
फिर मैं धीरे धीरे शांत होने लगा.
जब मेरे आंसू थम गये तो वो बोले- बस इतना ही दर्द होना था. अब मजा ही मजा है.
मैं बोला- बस इतना ही? ये इतना ही था? जान निकल गयी मेरी.
वो बोले- पहली बार में लड़की को भी ऐसे ही होता है तू तो फिर भी कुंवारी गांड है. गांड अधिक दर्द देती है.
फिर वो मुझे चोदने लगे.
थोड़ी देर के बाद मुझे लंड लेते हुए अच्छा लगने लगा. मैं उनका साथ देने लगा और फिर कुछ देर बाद तो खुद ही गांड को उछालने लगा.
वो भी मस्ती में मुझे चोदने लगे थे. स्ट्रोक पे स्ट्रोक मार रहे थे और मैं भी गान्ड उछाल रहा था.
बीच बीच में वो कभी मुझे किस करते तो कभी मेरे निप्पल्स चूसते और कभी काट भी लेते थे.
मैंने भी अपने दोनों हाथ उनकी पीठ पर रख दिये थे और आह-आह की आवाज़ें कर रहा था.
उन्होंने दोनों साइड से मेरे हाथ ऊपर किए और अपनी स्पीड बढ़ा ली. मुझे दर्द हो रहा था लेकिन मजा भी आ रहा था.
अब मेरी आवाज़ें तेज़ हो रही थीं- आह … आह प्लीज … आह्ह … आहा … और तेज करो.
अब मैं गांड चुदवाने का पूरा मजा लेने लगा था.
मेरे मुंह से निकलती मेरी कामुक सिसकारियों से उन्हें भी जोश चढ़ रहा था और उनकी स्पीड तेज़ हो गई थी.
मेरी तो जैसे चाँदी ही हो गई थी. अब तो मैं चाह रहा था कि मैं चुदता ही रहूं.
उन्होंने मुझसे कहा- मेरा निकालने वाला है, तुम इसे पी जाओ इसे.
मैंने कहा- मुझे अच्छा नहीं लगेगा.
वो बोले- बस एक आखिरी बात ये मान लो. मजा आयेगा.
फिर मैंने भी हां कर दी.
फिर उन्होंने मेरी गांड से लंड निकाला और मेरे मुंह में दे दिया.
मुझे उल्टी आने लगी क्योंकि उसमें अब गांड का स्वाद भी मिल गया था.
मगर तभी उन्होंने मेरे मुंह में लंड को दबा दिया.
लंड से एक खट्टा-नमकीन सा तरल निकल कर मेरे मुंह में जाने लगा.
जब तक मैंने उसको अंदर न पी लिया तब तक उन्होंने मुंह में लंड को फंसाये रखा.
फिर उसने लंड को मुंह से निकाला और एक तरफ लेट गये. फिर मुझे भी अपने पास लेटा लिया और मेरी गांड को सहलाने लगे.
फिर बोले- कैसा लगा?
मैंने कहा- बहुत दर्द हुआ. मगर मजा भी आया. बस गांड में जलन हो रही है अभी भी.
वो बोले- कोई बात नहीं. पहली बार था तुम्हारा. ये सब पहली बार में तो होता ही है और फिर मजे के लिए दर्द तो सहना ही पड़ता है.
फिर वो मुझे बाथरूम में ले गये. मुझे साफ करने में उन्होंने मदद की.
वहां भी वो मुझे किस करने लगे और मैं उनकी बांहों में लिपट गया.
दोस्तो, उस अंकल की किस का कोई जवाब नहीं था. मुझे वो बहुत अच्छे लगे.
मेरी गांड का उद्धाटन अब हो चुका था.
फिर हम बाहर आये और गर्म पानी पीया. फिर वो मुझे दोबारा से किस करने लगे और मैं भी उनको किस करने लगा.
हम अलग हुए और जब मैंने टाइम देखा तो हमें 2 घंटे से ज्यादा का वक्त हो गया था.
वो कहने लगे कि उन्हें इतना मजा आज तक नहीं आया.
मेरी कुंवारी गांड चोदकर वो बहुत खुश थे.
फिर बोले- जब तुम्हारा मन करे मिलने के लिए आ जाना.
मैंने उनको थैंक्स बोला और फिर वहां से आ गया.
तो दोस्तो, इस तरह से गे साइट से मिले अंकल ने मेरी गांड का उद्घाटन किया.
ये मेरी पहली गे सेक्स कहानी है. आशा करता हूं आपको मजा आया होगा. अगर कमी रह गयी हो तो माफ करना.
अब तो मैं गांड मरवा मरवाकर पूरा पक्का गांडू बन चुका हूं. मुझे लंड लेने की अब आदत सी हो गयी है.
आप मुझे मेरी हिंदी गांड मारी कहानी के बारे में अपना फीडबैक जरूर दें.
बाय दोस्तो।
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